
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे वकील प्रशांत भूषण ने दावा किया है कि कांग्रेस सरकार के दौरान हुए अन्ना हजारे आंदोलन में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मदद किया था। उन्होंने कहा कि इंडिया अंगेस्ट करप्शन मूवमेंट (IAC) की शुरुआत बीजेपी-आरएसएस ने की थी, ताकि यूपीए सरकार को गिराया जा सके। भूषण मूवमेंट के कोर मेंबर्स में से एक थे। मीडिया से एक इंटरव्यू में भूषण ने कहा- ‘दो चीजों का मुझे खेद है। यह कोई नहीं देख रहा है कि आंदोलन कांग्रेस सरकार को गिराने और खुद को सत्ता में लाने के लिए भाजपा-आरएसएस द्वारा समर्थित था।’
कांग्रेस ने बोला हमला- प्रशांत भूषण द्वारा खुलासा किए जाने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर ह’मला बोल दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कल लिखा, ‘सत्य जो कहते थे अब सामने आ ही गया। प्रशांत भूषण जी ने साहस दिखाया, सच बताया। आईएसी द्वारा कांग्रेस-यूपीए सरकार के ख़िलाफ़ अन्ना हज़ारे जी के नेतृत्व में खड़ा किया आंदोलन भाजपा-संघ का षड्यंत्र था ताकी सरकार गिरायी जाए और मोदी आ सकें।’
बता दें साल 2015 में प्रशांत भूषण और फिलहाल स्वराज नाम का संगठन चला रहे योगेंद्र यादव को आम आदमी पार्टी से निकाल दिया गया था। भूषण ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन अभियान को आगे बढ़ाने के लिए RSS और बीजेपी का साथ दिया था।