
रामपुर: पिछले कई दिनों से ‘पकौड़ा’ सोशल मीडिया से लेकर विपक्ष ‘कीवर्ड’ बना हुआ है। आज अमित शाह ने राज्य सभा में पहली बार बोलते हुए पकौड़े का जिक्र किया और कहा कि बेरोजगार रहने से अच्छा है पकौड़े बेचना। पकौड़े बनाना शर्म की बात नहीं।
अब ये ‘कीवर्ड’ फिर से ट्रेंड करने लगा है। इससे पहले प्रधानमंत्री के बयान की वजह से पकौड़ा चर्चा में आ गया था। अब लोगों की क्रिएटिविटी चर्चा में आ रही है। लोगों ने पकौड़े को विरोध प्रदर्शन का टूल बना लिया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान भी ‘पकौड़ा प्रदर्शन’ में शामिल हो गए हैं। सपा नेता के प्रभाव वाले क्षेत्र रामपुर मे सोमवार (5 फरवरी) को पकौड़ा प्रदर्शन किया गया। आजम खान के समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर पकौड़े तले। सपा नेता न केवल इसमें शामिल हुए बल्कि पकौड़े का स्वाद भी चखा।
इससे पहले रविवार को पीएम मोदी चुनाव प्रचार अभियान के तहत कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु गए थे। उनके आने से पहले रैली स्थल के समीप छात्रों ने उनके रोजगार मुहैया कराने के दावों के खिलाफ डिग्री गाउन पहन कर पकौड़े बेचते नजर आए थे।
असल में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक इंटरव्यू में रोजगार को लेकर सवाल पूछा गया था। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि पकौड़ा बेचना भी रोजगार है। उसे हम नहीं गिनते।
मोदी के इस बयान के बाद विपक्षी दल उन पर हमलावर हो गए। युवाओं के लिए कम होते रोजगार के अवसरों को लेकर सवाल पूछे जाने लगे। रोजगार के मौकों में कमी को लेकर मोदी सरकार के विरोध में देश के कई हिस्सों में पकौड़े तलने की घटनाएं सामने आने लगीं।