
जमीन को लेकर धोखाधड़ी मामले में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरिराज सिंह सहित 33 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले में गिरिराज सिंह और 3 सीओ सहित 33 लोगों के खिलाफ दानापुर थाने में केस दर्ज किया गया है। दर्ज मामले में अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निरोधक अधिनियम की धारा की जोड़ी गई है।
दानापुर के आसोपुर गांव के निवासी राम नारायण प्रसाद के परिवाद पत्र पर सुनवाई के बाद पटना अपर जिला एवं सत्र न्यायधीश-2 सह विशेष न्यायाधीश एसटी/एससी के कोर्ट ने जांच का आदेश दिया था। परिवाद पत्र में वादी ने सभी आरोपियों पर 2 एकड़ 56 डिसमिल जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है। साथ ही, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए धमकी देने की बात कही है। हालांकि बताया जा रहा है, गिरिराज सिंह पर सीधे तौर पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है, न ही यह बताया गया है कि मंत्री ने जमीन को खरीदा या बेचा।
ये मामला सामने आने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद ने सीएम नीतीश कुमार से सवाल किया कि जमीन के मामले में केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह का नाम आने पर क्या अब गठबंधन तोड़ेंगे? उन्होंने कहा कि इन्हीं के घर से कैश मिला था, पर फिर भी ईमानदार हैं। तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम सुशील मोदी से सवाल किया कि वे केंद्रीय मंत्री के मामले में कहां छुप गए हैं?