
ईरान-इराक सीमा के पास रिक्टर पैमाने पर 7.2 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया। इस भूकंप के कारण दोनों देशों में काफी नुकसान हुआ है। ईरान की सरकारी समाचार एजंसी ने जानकारी दी है कि भूकंप के बाद कम से कम 140 लोग मारे गए हैं, जबकि घायलों की संख्या 869 से ज्यादा बताई जा रही है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, रविवार को आए भूकंप का केंद्र ईरना सीमा के पास हालज्बा क्षेत्र में 33.9 किलोमीटर की गहराई में रहा। भूकंप रविवार रात 9.18 मिनट पर आया जिसकी गहराई 15 मील थी। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे का कहना है कि भूकंप का केंद्र इराक़ी कस्बे हलब्जा से दक्षिण-पश्चिम में 32 किलोमीटर दूर स्थित था।
भूकंप का यह झटका तुर्की, इजरायल और कुवैत में भी महसूस किाय गया। भूकंप में ईरान के 20 से अधिक गांव नष्ट हो गए हैं। बिजली और पानी आपूर्ति बाधित है। ईरान की आपातकाल विभाग की टीमें तुरंत हरकत में आई और हेलीकॉप्टर के जरिए भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की बुनियादी जरूरतें पूरी की जा रही हैं।
भूकंप के झटके से लोगों में दहशत फैल गई और लोग अपने घरों से भागकर सड़कों पर आ गए। ईरान के रेड क्रेसेंट संगठन के मोर्टेजा सलीम ने आईआरआईएनएन चैनल को बताया कि यहां के आठ गांवों में भारी क्षति हुई है। ईरानी मीडिया के मुताबिक, भूकंप से ईरान के कई स्थानों पर बिजली भी बाधित हुई है, जिससे राहत एवं बचाव कार्यों में दिक्कत आ रही है।
कुर्दिश टीवी के अनुसार, इराकी कुर्दिस्तान में कई लोग भूकंप की वजह से अपने घरों को छोड़कर जान बचाकर भाग गए हैं। हालांकि अभी वहां से जानमाल के नुकसान की कोई ख़बर नहीं मिली है।
5 साल पहले भी ईरान-इराक में दो बड़े भयानक भूकंप आए थे जिसमें कई सौ लोगों की जान गई थी। अगस्त 2012 में भी ईरान के उत्तर-पश्चिमी इलाके में दो जबर्दस्त भूकंपों में करीब 250 लोग मारे गए और 1300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
More from my site
दुनिया के 15 प्रदूषित शहरों की सूची में भारत के 14 शहर शामिल
नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने भारत के नक्सली कैंप में लिया था प्रशिक्षणः कुंदन पाहन
लास वेगास में गोलीबारी, 50 की मौत, 400 से ज़्यादा घायल
मेक्सिको सिटी में 32 साल बाद विनाशकारी भूकंप, अबतक 138 लोगों की मौत
जकार्ता से 13 मिनट उड़ान भरने के बाद विमान से सम्पर्क टूटा, क्रैश होने की आशंका
पिछले महीने में तीन बार चीनी सेना ने उत्तराखंड में 4 किलोमीटर तक किया घुसपैठ